28 साल बाद एक बार फिर दो वकील आमने-सामने, बांसुरी स्वराज और सोमनाथ भारती में टक्कर

BY utrun / April 24, 2024

नई दिल्ली, यूटर्न/23 अप्रैल।

पहले सुषमा स्वराज बनाम कपिल सिब्बल और अब बांसुरी स्वराज बनाम सोमनाथ भारती। दिल्ली 28 साल बाद एक बार फिर से काले कोट (अधिवक्ताओं) के बीच जंग का गवाह बनने जा रही है। साल 1996 के चुनाव में दक्षिण दिल्ली क्षेत्र में भाजपा की सुषमा स्वराज और कांग्रेस के कपिल सिब्बल आमने सामने थे। इस बार नई दिल्ली क्षेत्र में दिवंगत नेत्री सुषमा स्वराज की पुत्री और पेशे से मां की तरह ही अधिवक्ता बांसुरी स्वराज के सामने इसी पेशे से जुड़े आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सोमनाथ भारती हैं। तब सुषमा ने अपने कांग्रेसी प्रतिद्वंदी सिब्बल को मात दी थी। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार भारती और बांसुरी में से कौन बाजी मारता है।

सोमनाथ भारती ने बांसुरी स्वराज की उम्मीदवारी की घोषणा के अगले दिन तीन मार्च को ही उन पर आरोपों की झड़ी लगा दी थी और वह लगातार उन पर उनकी वकालत को लेकर आरोप लगा रहे हैं। सोमनाथ भारती मीडिया के समक्ष आने के अलावा जनसंपर्क के दौरान बांसुरी स्वराज पर हमले बोल रहे है। उन्होंने आरोप लगाए है कि बांसुरी ने देश का धोखा देने वालों की कोर्ट में पैरवी की है। इसके अलावा वह केंद्र सरकार के इशारे पर विपक्षी दलों को तथाकथित मामलों में गिरफ्तार कर रही ईडी की वकील हैं।
वर्ष 1996 में दक्षिण दिल्ली में सुषमा स्वराज व कपिल सिब्बल लड़े थे चुनाव
नई दिल्ली क्षेत्र से बांसुरी स्वराज व सोमनाथ भारती के मैदान में उतरने के साथ ही दिल्ली में साल 1996 की तरह काले कोट वालों के बीच रोचक जुबानी जंग शुरू हो चुकी है। दिल्ली में यह मंजर लोकसभा चुनाव में दूसरी बार देखने को मिल रहा है। साल 1996 में कपिल सिब्बल ने सुषमा स्वराज पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी दी थी। वहीं, सुषमा स्वराज ने उनकी चुनौती को स्वीकार करते जवाब दिया था कि काला कोट उनके पास भी है। लिहाजा वह उनकी धमकी से डरने वाली नहीं हैं।
ऐेसा ही कुछ नजारा तीन मार्च से दिल्ली में दिखाई देने लग गया है। जैसे सुषमा स्वराज पर कपिल सिब्बल हमलावर रहते थे, वैसे ही बांसुरी पर सोमनाथ भारती हमले बोल रहे हैं। बांसुरी स्वराज अपनी मां की तरह अपने प्रतिद्वंदी के आरोपों का जवाब देने और पलटवार करने में कोई रूचि नहीं ले रही है। वह एक ही बात कहती है कि कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। वह अपनी सफाई में एक ही बात कह रही है कि सोमनाथ भारती जांच-पड़ताल किए बिना उनकी वकालत पर सवाल खड़ा कर रहे है।
सुषमा व सिब्बल की तरह पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं भारती और बांसुरी: सुषमा स्वराज व कपिल सिब्बल ने वर्ष 1996 से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। इस तरह वह दोनों पहली बार लोकसभा चुनाव के दंगल में कूदे थे। हालांकि सुषमा स्वराज इस चुनाव से पहले हरियाणा विधानसभा व राज्यसभा का चुनाव लड़ चुकी थीं। उधर, बांसुरी स्वराज अपने राजनीतिक जीवन में पहला चुनाव लड़ रही हैं। जबकि सोमनाथ भारती लोकसभा चुनाव तो पहली बार लड़ रहे है, मगर वह तीन बार विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं।

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